अहंकार की क्षणिक प्रकृति: विनम्रता का एक पाठ Secrets

अगर कोई धन के प्रति घमंड करता है तो उसके बुरे दिनों में कोई भी उसकी सहायता करने से संकोच करता है। घमंड का एक और रूप होता है, जिसे यूनानी भाषा में ‘ईविस’ कहते हैं। यूनानी भाषा के विद्वान विलियम बार्कले के अनुसार ईविस से आशय ऐसे घमंड से है, जिसमें क्रूरता भरी हुई हो। यह घमंड का ऐसा स्वरूप है, जिसमें लोग दूसरों को नीचा दिखाने के लिए बेरहमी से उनकी भावनाओं को रौंदते हैं। हालांकि इसके बाद उनका विनाश तय माना जाता है, क्योंकि धन या बल से सब कुछ खरीदा जा सकता है, लेकिन मान-सम्मान और चरित्र नहीं।

‘कै’ ने। सारी गड़बड़ी किसने करी है? ‘कै’ ने। तो हट जाने दो न। ये सब हटाओगे भी तो कौन हटेगा? ‘कै’ हटेगा, ‘मैं’ थोड़े ही हटेगा।

नामी खिलाड़ी बन जाने के बाद भी वह साधारण लोगों की तरह भीड़ भरे स्टेशनों पर

बुध ग्रह करेंगे अपनी स्वराशि कन्या में प्रवेश, इन राशियों का चमक सकता है भाग्य

धक्के खाते हुए लोकल ट्रेनों का इंतजार किया करते थे। बात वही थी, उन्हें शोहरत

फिर, जब तक वो सफल हो रहे थे, तब तक तो वो बुलंदी के साथ घोषणा करते थे कि, "हमें देखो, हम आदर्श हैं, हम रोल मॉडल हैं।" लेकिन जब वही तनाव में जाते हैं, अवसाद में, डिप्रेशन में जाते हैं, ज़िन्दगी उनकी बिखर जाती है, आत्महत्या को तैयार हो जाते हैं, तो ये बात फिर किसी मीडिया में नहीं छपती। ये बात बिलकुल छुपा दी जाती है कि हश्र देखो इसका, अंजाम देखो।

And ah! what is that twinkling beneath the drinking water? Why, it's the glistening Sangharsh ke Karan class 7 shabdarth, Just about every time period and phrase a glinting gem to become scooped up and pocketed inside your chest of linguistic treasures.

प्र: क्या सही काम वही है जिसे करने में मन में किसी भी प्रकार का प्रतिरोध ना उठे?

बाद में अपने बड़े भाई की पुरानी स्टिक से उन्होंने काम चलाया लेकिन आखिरकार उनकी

दुनिया में हर व्यक्ति से बड़ा कोई न कोई अवश्य होता है और चक्र ऐसा है कि कोई भी अपने आप को दुनिया में सर्वश्रेष्ठ होने का दावा नहीं कर सकता और इसका अहंकार नहीं पाल सकता। वक्त रहते अगर हम अहंकार रूपी अंधकार को दूर कर सकें तो जीवन को सफल बनाने में महत्त्वपूर्ण साबित होता है। हमें कोशिश करनी चाहिए कि हम सामने वाले के साथ विनम्र व्यवहार करें, जिससे कि हमें एक अच्छा इंसान बनने में सहायता मिले और लोगों का दिल जीत सकें।

आचार्य: जिस तल की तुम बात कर रहे हो, वहाँ पर लोन नहीं बचता है। वहाँ फिर दूसरी बातें आ जाती हैं। वहाँ फिर लाइफस्टाइल कंसर्नस (जीवनशैली से सम्बंधित मुद्दे) आ जाते हैं। और उसमें भी ज़्यादातर ये नहीं होता है कि, "हमारी लाइफस्टाइल (जीवनशैली) का क्या होगा?" घरवाले। कमा एक रहा होता है, उससे लाभ तो तीन-चार को हो रहा होता है न। तो वो तीन-चार कैसे बर्दाश्त करेंगे कि हमें जो लाभ हो रहा है वो लाभ होना बंद हो जाए?

मज़ा तो तभी आता है जब जादू होता है। आप कहते हो, 'अरे ये कैसे हो गया! ये तो हो ही नहीं सकता था।' और हो जाता read more है। ये हो ही नहीं सकता था, कैसे हो जाएगा?

विनम्रता से सँभालने की सीख दी है'-धनराज पिल्लै की इस बात का क्या अर्थ है?

नहीं, कई बार तो लोग अपनी गलतियाँ मानने को भी तैयार नहीं

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *